धमतरी/ 01 अगस्त युवाओं को रोजगार के विकल्पों से जोड़ने और उन्हें उद्यमिता की राह दिखाने के उद्देश्य से कुरूद विकासखंड के राजा चक्रधर ऑडिटोरियम में शुक्रवार को “उद्यम से विकास” श्रृंखला का तीसरा स्टार्टअप शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया।
इससे पहले यह शिविर धमतरी और मगरलोड में आयोजित किया जा चुका है। इस अवसर पर कलेक्टर मिश्रा ने कहा, “आज का युवा सिर्फ नौकरी ढूंढने वाला नहीं, बल्कि अवसर गढ़ने वाला बन रहा है। स्टार्टअप एक ऐसा मंच है, जिससे युवा आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं।”
उन्होंने युवाओं की स्टार्टअप और बैंक ऋण संबंधी समस्याओं को गंभीरता से सुना और समाधान हेतु लीड बैंक मैनेजर से समन्वय का आश्वासन दिया।
शिविर में डिजिटल मार्केटिंग जैसे उभरते क्षेत्रों पर आधारित स्टार्टअप आइडियाज को युवाओं ने प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया, जिसे विशेषज्ञों और अधिकारियों ने सराहा। कलेक्टर ने पैकेजिंग के महत्व पर भी जोर देते हुए कहा कि अच्छी पैकेजिंग उत्पाद की बाजार कीमत बढ़ा सकती है।
शिविर में छत्तीसगढ़ सोसायटी रायपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमेश महिलानी समेत अन्य विशेषज्ञों ने युवाओं को व्यावसायिक कौशल, सरकारी योजनाओं और मार्केटिंग के गुर सिखाए।
जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र से प्रशांत चंद्राकर, जगमोहन एक्का, सुश्री प्रचेता किरण तथा एसडीएम नभसिंह सहित अन्य अधिकारियों की भी उपस्थिति रही।
करीब 200 युवाओं ने शिविर में भाग लेकर पीएमएफएमई सहित विभिन्न स्टार्टअप योजनाओं, वित्तीय सहायता और नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म की जानकारी ली। सफल उद्यमियों को सम्मानित कर प्रोत्साहित भी किया गया।
अंत में कलेक्टर मिश्रा ने कहा, “प्रशासन चाहता है कि जिले का हर युवा अपनी क्षमता को पहचाने और उद्यम के जरिए आत्मनिर्भर बने। यह स्टार्टअप शिविर उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।”