धमतरी/ 31 जुलाई किसानों की उपज अब होगी पूरी तरह सुरक्षित। धमतरी जिले के 21 धान खरीदी केंद्रों में 200 मीट्रिक टन क्षमता वाले पक्के गोदामों का निर्माण किया जाएगा। यह महत्वपूर्ण निर्णय कलेक्टर अबिनाश मिश्रा के विशेष प्रयासों का प्रतिफल है, जिन्होंने 8 जुलाई को मंडी बोर्ड को प्रस्ताव भेजा था। अब इस प्रस्ताव को 268.38 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति के साथ मंजूरी मिल गई है।
भंडारण की समस्या का स्थायी समाधान
जिले में कई ऐसे धान उपार्जन केंद्र हैं, जहां पर अभी तक गोदामों की पर्याप्त सुविधा नहीं है। नतीजतन किसानों की उपज बारिश या अन्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित होती रही है। इस गंभीर समस्या को देखते हुए कलेक्टर मिश्रा ने किसान कुटीर की जगह स्थायी गोदाम निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर राज्य कृषि विपणन (मंडी) बोर्ड को भेजा था।
प्रत्येक गोदाम की लागत 12.41 लाख रुपये
मंडी बोर्ड द्वारा राज्य विपणन विकास निधि से वित्तीय मंजूरी देते हुए प्रति गोदाम 12 लाख 41 हजार रुपये की लागत तय की गई है। कुल 21 गोदामों के निर्माण पर 2.68 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इन गोदामों के बनने से जिले में 4200 मीट्रिक टन अनाज भंडारण की सुविधा सुलभ होगी।
इन उपार्जन केंद्रों में होगा गोदाम निर्माण
मोंगरागहन, तरसींवा, कुर्रा, खरेंगा, लिमतरा, डाही अंगारा, लोहरसी, अछोटा, देमार, अकलाडोंगरी, पोटियाडीह, कंडेल, कुरमातराई, डोमा, झुरानवागांव, बारगरी (माटेगहन), बोड़ा (कसही), सम्बलपुर, कसावाही सहित 21 उपार्जन केंद्रों में यह निर्माण कार्य होगा।
कलेक्टर ने जताई संतुष्टि
कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि “इन गोदामों के निर्माण से न केवल किसानों की उपज की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि धान खरीदी प्रक्रिया भी पारदर्शी एवं व्यवस्थित होगी। यह फैसला जिले की कृषि अवसंरचना को मजबूती देने की दिशा में बड़ा कदम है।”