धमतरी/ 20 जुलाई 2025 – धमतरी जिले के उमरगांव में ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल की गई है। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) के माध्यम से 35 युवक-युवतियों को एक माह का राज मिस्त्री प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के जरिए अब ग्रामीण युवा श्रम, सम्मान और सफलता की नई कहानी लिखने जा रहे हैं।
📌 प्रशिक्षण का उद्देश्य और लाभ
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मकसद ग्रामीण युवाओं को तकनीकी दक्षता देकर स्वरोजगार के लिए तैयार करना है। प्रशिक्षण में भवन निर्माण, नींव की मजबूती, प्लास्टरिंग, सीमेंट मिक्सिंग, लेवलिंग जैसे व्यावहारिक कार्यों की जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण के बाद इन युवाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत निर्माण कार्यों में प्रत्यक्ष रोजगार दिया जाएगा।
🗣 कलेक्टर अबिनाश मिश्रा का वक्तव्य
“यदि युवाओं के पास कोई हुनर हो, तो वे कहीं भी पीछे नहीं रहेंगे। हमारा प्रयास है कि वे तकनीकी रूप से दक्ष होकर स्थानीय स्तर पर ही आजीविका के अवसर प्राप्त करें,”
– अबिनाश मिश्रा, कलेक्टर, धमतरी
कलेक्टर ने यह भी बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को नगरी विकासखंड और अन्य गांवों में भी जल्द शुरू किया जाएगा, ताकि हर युवा आत्मनिर्भर और स्वाभिमानी बन सके।
🗨 सीईओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव का बयान
“यह देखकर संतोष होता है कि ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियाँ और बेटे अब तकनीकी दक्षता प्राप्त कर रहे हैं। जो युवा पहले दिशाहीन थे, वे अब आत्मविश्वास से भरपूर हैं।”
उन्होंने बताया कि कई प्रशिक्षार्थी आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं, लेकिन इस पहल ने उन्हें एक नया सहारा और दिशा दी है।
🔍 सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
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यह पहल पलायन को रोकने में मददगार होगी।
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स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध होने से ग्रामीण जीवनशैली में स्थायित्व आएगा।
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युवाओं को सम्मानजनक और स्वावलंबी जीवन जीने का अवसर मिलेगा।
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योजनाओं के क्रियान्वयन में स्थानीय जनशक्ति की भागीदारी से गुणवत्ता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
✅ निष्कर्ष:
धमतरी जिले में कौशल विकास की यह पहल युवाओं को रोजगार, आत्मसम्मान और स्थायित्व की राह पर ले जा रही है। उमरगांव की यह तस्वीर अब जिले भर के गांवों में सशक्तिकरण की मिसाल बनेगी।