सीमावर्ती आंध्र प्रदेश के अलूरीसीतारामा राव जिले में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में सीपीआई माओवादी उदय और अरुणा सहित तीन नक्सलियों को मार गिराया गया.
ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोनल कमेटी (एओबीएसजेडसी) को उस समय गहरा झटका लगा जब उसके 40 लाख का इनामी केंद्रीय समिति सदस्य व एओबीएसजेडसी सचिव गजरला रवि उर्फ उदय मारा गया. उसके साथ एओबीएसजेडसी सदस्य और पूर्वी डिवीजन सचिव 25 लाख की ईनामी रवि वेंका चैतन्य उर्फ अरुणा को मुठभेड़ में मार गिराया गया.

पुलिस अधिकारी ने की पुष्टि
बुधवार की सुबह आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले के मारेडुमिली और रामपचोदवरम इलाकों के बीच किंटुकुरु गांव के पास एक अन्य कैडर अंजू की भी मौत हो गई. पुलिस अधिकारियों ने तीनो नक्सलियों की मौत की पुष्टि की है. मुठभेड़ स्थल से तीन एके 47 भी बरामद किए गए हैं.
16 नक्सली का ग्रुप देखा
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने मारेडुमिली और रामपचोदवरम के बीच किंटुकुरु गांव के पास 16 माओवादियों के एक समूह को देखा, 25 मिनट की दोनों ओर से गोलीबारी के बाद सुरक्षा बलों को तीन शव मिले और उनकी पहचान उदय, अरुणा और अंजू के रूप में हुई.
दो बार फरार हुई टीम
बताया जा रहा है कि बाकी सदस्य इलाके से भाग गए हैं और इलाके में तलाशी अभियान जारी है. पिछले कुछ महीनों में एओबी में सुरक्षाबलों के तलाशी अभियान से यही टीम दो बार भाग निकली थी. उदय एक जाना-माना चेहरा बन गया था क्योंकि वह पीडब्ल्यूजी नक्सली समूह के सदस्यों में से एक था जो 2004-05 में वाईएस राजशेखर रेड्डी के सीएम के कार्यकाल के दौरान राज्य सरकार के साथ शांति वार्ता के लिए आया था.
उनके चार दशक पुराने क्रांतिकारी भूमिगत जीवन का अंत अल्लूरी जिले में हुआ, अरुणा केंद्रीय समिति के नेता प्रतापरेड्डी रामचंद्र रेड्डी उर्फ चलपति की पत्नी थी, जिन्हें दंडकारण्य में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. सुरक्षाबलों ने चलपति को जनवरी 2025 में मार गिराया था.