यूपी के नोएडा और ग्रेटर नोएडा, जो हाईटेक शहर के रूप में जाना जाता है, लेकिन यहां की सड़कें बदहाल स्थिति में हैं. कई जगह सड़कों में गहरे गड्ढे बन गए हैं, जो हादसों का कारण बन रहे हैं. 130 मीटर रोड हाईवे और डीएम दफ्तर के बाहर की सड़कों की हालत विशेष रूप से चिंताजनक है.
इन गड्ढों के चलते आए दिन वाहन पलटने और लोगों के घायल होने की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसके बावजूद नोएडा प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम साबित हो रहे हैं.
सीएम योगी ने दिए थे निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ समय पहले सभी जनपदों के अधिकारियों को सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के सख्त निर्देश दिए थे. उन्होंने लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी. इसके बावजूद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा की सड़कों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है. 130 मीटर रोड हाईवे, जहां पैरामाउंट गोल फॉरेस्ट जैसी हाईराइज सोसायटियां हैं, वहां गहरे गड्ढों के कारण हादसे आम हो गए हैं. इसी तरह नोएडा डीएम दफ्तर के बाहर की सड़क भी पूरी तरह टूटी हुई है, जहां कंक्रीट उखड़कर बाहर आ गया है. इससे वाहनों की रफ्तार धीमी हो रही है और हादसों का जोखिम बढ़ रहा है.
जनता में बढ़ रहा आक्रोश
स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्राधिकरण को ये गड्ढे दिखाई नहीं दे रहे, जबकि सड़कों की मरम्मत केवल कागजी कार्रवाई तक सीमित है. जनता का गुस्सा बढ़ रहा है, क्योंकि सफर अब खतरनाक हो चुका है. सवाल उठता है कि आखिर कब तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा की सड़कें गड्ढों से मुक्त होंगी? मुख्यमंत्री के आदेशों की अनदेखी करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई कब होगी?
हाईटेक शहर की सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है. जनता मांग कर रही है कि प्राधिकरण जिम्मेदारी ले और सड़कों की मरम्मत जल्द से जल्द शुरू करे, ताकि हादसों को रोका जा सके.