अगर आप भी सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती पर आंख बंद कर भरोसा कर लेते हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि दिल्ली से एक बड़ा हैरान करने वाला मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर बनी एक दोस्ती एक युवक के लिए खौफनाक अनुभव में तब्दील हो गई.
20 साल का निखिल, जो पिछले 2 महीने से ‘खुशी’ नाम की लड़की से संपर्क में था, उससे मिलने के लिए घर से निकला था. लेकिन 3 जुलाई को उसकी बहन को उसी के नंबर से एक कॉल आया, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को लड़की का भाई बताया और कहा कि निखिल को पकड़ लिया गया है और उसे छोड़ा नहीं जाएगा. इसके बाद फोन बंद हो गया, जिससे परिवार में दहशत फैल गई
परिवार की शिकायत के बाद शकरपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया. पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अभिषेक धानिया के मुताबिक, शुरुआती लोकेशन नोएडा सेक्टर-6 मिली, लेकिन वहां कोई सुराग नहीं मिला. थोड़ी देर बाद जब निखिल का फोन कुछ समय के लिए ऑन हुआ, तो उसकी लोकेशन मयूर विहार मेट्रो स्टेशन के पास यमुना खादर में मिली. पुलिस टीम तुरंत वहां पहुंची, जहां देखा गया कि कुछ लोग युवक के साथ मारपीट कर रहे थे.
खुशी भी इस हमले में थी शामिल- निखिल
पुलिस की टीम को देखते ही हमलावर मोटरसाइकिल छोड़कर भागने लगे, लेकिन एक आरोपी संजीव कुमार लोहिया (31) को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से निखिल का मोबाइल भी बरामद हुआ. पूछताछ में निखिल ने बताया कि उसी दिन उसकी खुशी से मुलाकात हुई थी, जो उसे इंदिरापुरम मॉल ले गई थी. लेकिन बाद में मेट्रो स्टेशन के पास 5 लोगों ने उन्हें रोका और जबरन उसे अपने साथ ले गए. निखिल ने आरोप लगाया कि खुशी इस पूरे अपहरण और हमले की साजिश में शामिल थी.
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि इस पूरी घटना के पीछे जबरन वसूली का मकसद था. शकरपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और बाकी आरोपियों, जिनमें खुशी भी शामिल है, की तलाश में कई टीमें गठित की गई हैं. पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने लाई जा सके और पीड़ित को न्याय मिल सके.