धमतरी/ ज़िले के शासकीय स्कूलों में बोर्ड परीक्षा के अपेक्षित परिणाम न आने पर संस्था प्रमुखों पर कार्रवाई की संभावनाओं के बीच प्राचार्य मंच ने विरोध जताया है। मंच ने जिलाधीश के नाम 10 सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए शिक्षा व्यवस्था की धरातली समस्याओं को रेखांकित किया है।
प्राचार्य मंच के पदाधिकारियों का कहना है कि मिशन अव्वल, मॉक टेस्ट, विनोबा ऐप में प्रविष्टियां, और अन्य विभागीय कार्यक्रमों के चलते शिक्षकों का मूल्यवान समय नष्ट हो रहा है जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
गैर-शैक्षणिक कार्यों की अधिकता, शिक्षकों और प्राचार्यों पर अत्यधिक दबाव, तथा मादक पदार्थों का छात्रों पर असर भी परीक्षा परिणाम गिरने के कारण बताए गए हैं। मंच ने मांग की है कि प्राचार्यों के खिलाफ प्रस्तावित अनुशासनात्मक कार्रवाई को तत्काल स्थगित किया जाए और उनकी समस्याओं का समयसीमा में समाधान किया जाए।
मंच ने चेतावनी दी है कि यदि मांगे पूरी नहीं हुईं तो वे धरना-प्रदर्शन और सामूहिक रूप से पदभार त्यागने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी ज़िम्मेदारी प्रशासन और जिला शिक्षा विभाग की होगी।
इस अवसर पर मंच के जिलाध्यक्ष टी.आर. नागवंशी, सचिव गेवाराम सहित जिले के कई प्राचार्य उपस्थित थे।