राजस्थान के जालौर जिले में पिछले दो दिनों से सक्रिय मानसून ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. बीती रात से जिलेभर में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
जिला मुख्यालय सहित सांचौर, रानीवाड़ा, आहोर, भीनमाल, सायला सहित अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं, वहीं सड़कों पर नदी-नालों जैसा बहाव देखने को मिल रहा है. शहर की प्रमुख सड़कों, जैसे कि शिवाजी नगर, बस स्टैंड, आहोर रोड और अन्य निचले क्षेत्रों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
सांचौर शहर में जलभराव से कई दुकानों और घरों में पानी घुस गया, वहीं पानी का तेज बहाव इतना था कि वाहन तक उसमें बहते नजर आए. इस दौरान स्थानीय प्रशासन की ओर से जलनिकासी के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए, जिससे नगर परिषद की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई. पिछले 24 घंटे के दौरान जिले के रानीवाड़ा में सबसे अधिक 244 मिमी बारिश दर्ज की गई.
इसके अलावा भीनमाल में 196 मिमी, भाद्राजून में 195, सांचौर में 193, जालौर में 191, सायला में 189, आहोर में 155, बागोड़ा में 125, चितलवाना में 81 और जसवंतपुरा में 51 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई. गुरुवार को भी रुक-रुक कर बारिश जारी रही, जिसमें सांचौर में 55 मिमी, रानीवाड़ा में 58 मिमी और भीनमाल में 42 मिमी बारिश हुई.
सुंधा माता क्षेत्र में झरने सक्रिय, श्रद्धालुओं को चेतावनी
जसवंतपुरा क्षेत्र में लगातार मूसलाधार बारिश से पहाड़ी क्षेत्र में स्थित सुंधा माता मंदिर के आसपास झरने तेज बहाव के साथ बहने लगे हैं. चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है. सुंधा माता ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि भारी बहाव के बीच आवागमन न करें और नदी-नालों से दूर रहें. प्रशासन ने भी जिलेभर में लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से जलमग्न क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है.
सांचौर शहर में जलभराव की स्थिति इतनी विकराल हो गई कि सड़कों पर पानी का सैलाब नदी-नालों की तरह बहाव हुआ, बाजार की मुख्य सड़कों पर जलभराव से तलाब जैसे हालात बन गए. जिससे स्थानीय लोगों की स्थिति और भी गंभीर हो गई. निचले इलाकों और कच्ची बस्तियों में जल भराव की वजह से सड़के घर और मकान तालाब की तरह तब्दील हो गए.
प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनी
जनजीवन खासा प्रभावित हुआ परिषद की जलनिकासी व्यवस्था पूरी तरह फेल नजर आई. घरों और दुकानों में पानी घुसने से लोगों को भारी नुकसान हुआ है. वहीं रानीवाड़ा क्षेत्र में गोलवाड़ा नदी सहित कई नाले उफान पर आए, क्षेत्र नदी नाले में पानी बहाव और उफान पर आने की वजह से ग्रामीण क्षेत्र से आने जाने वाले लोगों को भी खासी परेशानी हुई.
पहले मूसलाधार बारिश के बाद इस तरह के हालात बनने के बाद और बारिश में और भी स्थिति बिगड़ने की स्थानीय लोगों को चिंता सताने लगी. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निचले इलाकों से फिलहाल दूरी बनाए रखें और नदी-नालों के पास जाने से बचें. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी जिले के कई हिस्सों में भारी से बारिश की चेतावनी दी है. साथ ही वज्रपात और तेज हवाओं की संभावना भी जताई गई है.