रायगढ में गुरुवार सुबह से शुरू हुई तेज बारिश से लोगों को काफी दिक्कतें हुई. शहर के कई इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए. सड़कें तालाब में बदल गईं. आम लोग अपने घरों में कैद हैं और महज कुछ घंटों की बारिश ने ट्रिपल इंजन सरकार के विकास के दावों की पोल खोल कर रख दी.
दरअसल गुरुवार तड़के रायगढ जिले में शुरू हुई मूसलाधार बारिश से शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई. जिनमें दुर्गा विहार कॉलोनी, विनोबा नगर समेत एक दर्जन से ज्यादा कॉलोनियां शामिल हैं. कई मुहल्लों में घरों में सीवेज का गंदा पानी घुस गया. जिसके चलते शहर की बिजली भी काट दी गई. भारी बारिश के चलते बच्चे स्कूल नहीं जा सके. वहीं सड़कों पर भी वाहन डूबे दिखाई दिए.
सीवेज और बारिश का पानी लोगों के घरों में जरूर घुस गया. यह इलाका प्रदेश के वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी का गढ़ माना जाता है. लेकिन इसके बावजूद रायगढ़ में पिछले कई सालों से चली आ रही जल भराव की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. वहीं सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर जिले के लिए भी मध्यम से भारी बारिश का येलो अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है. ये अलर्ट अगले 48 घंटों के लिए जारी किया गया है.
इसके साथ ही मौसम विभाग ने आज भी सूरजपुर, महेंद्रगढ़, चिरमिरी,भरतपुर , गौरेला, पेंड्रा मरवाही, समेत कोरिया जिले के लिए बिजली गिरने और भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा बाकी बचे 29 जिलों के लिए भी मौसम विभाग ने गरज चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के उत्तरी हिस्से में अगले 5 दिनों से हैवी रेनफॉल की आशंका जताई जा रही है.