महापौर सहित पार्षदों की टीम पहुंची वार्ड में
धमतरी/ नगर निगम में एक से बढ़कर एक घोटाला, भ्रष्टाचार का मामला सामने आ रहा है। अब एक नया मामला मोटर स्टैंड वार्ड का सामने आया है। जहां पर नाली और सीमेंट के कुर्सी ही गायब हो गई है। जबकि रिकॉर्ड में पूरी तरह से दर्ज है। इसमें पिछले कार्यकाल के सभी घेरे में आएंगे। इसकी जांच की मांग पार्षद राकेश सोनवानी ने महापौर से की है।
पार्षद राकेश चंदवानी ने बुधवार को महापौर को एक आवेदन देते हुए बताया कि उनके वार्ड में जो पूर्व कार्यकाल में नाली बनाई गई थी और कुर्सियां रखी गई थी वह वहां मौजूद नहीं है। इस पर महापौर सहित पार्षदों की टीम मोटर स्टैंड वार्ड गुरुद्वारा के पास पहुंची, तो पाया गया कि ना तो वहां नाली बनी है और नहीं कुर्सी दिखाई दी। इस संबंध में राकेश चंदवानी ने कहा कि उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी हासिल की उसमें गुरुद्वारा के सामने अरुण टेलर्स से लेकर राजीव कॉम्पलेक्स के पीछे तक लगभग 15 मीटर की नाली 6 लाख रुपए निर्माण किया गया है और इसका भुगतान भी हो चुका है। जबकि ऐसी कोई नाली बनी ही नहीं है। इसी तरह इस वार्ड के लिए 27 सीमेंट की कुर्सी भेजी गई थी जिसका पेमेंट ठेकेदार को हो चुका है। जबकि पूरे वार्ड में सिर्फ पांच कुर्सियां है 22 गायब है। इसी कुर्सी और नाली को ढूंढने के लिए वह सभी पहुंचे हैं। इस पर जांच की मांग उन्होंने की है।
आपको बता दें कि पिछले कार्यकाल में मोटर स्टैंड वार्ड की महिला पार्षद बीजेपी से ही थी। यदि नाली नहीं है कुर्सी नहीं है तो इस मामले को पूर्व पार्षद को उठाना चाहिए था।
निरीक्षण में ये पहुंचे
निरीक्षण में पहुंचे लोगों में महापौर रामू रोहरा, नगर निगम सभापति कौशल्या देवांगन, एमआईसी सदस्य अखिलेश सोनकर, हिमानी साहू, विभा चंद्राकर, पिंटू यादव, पार्षद हेमंत बंजारे, नम्रता पवार, कुलेश सोनी, ईश्वर सोनकर, चंद्रभागा साहू, संतोष सोनकर, राकेश चंदवानी, अनिता अग्रवाल, अधिकारी कमलेश ठाकुर थे।
सीमेंट कुर्सी सप्लाई करने वाले ठेकेदार सूर्यकांत साहू का कहना है कि पार्षद के कहने पर उन्होंने पूरी 27 कुर्सियां उनके बताएं स्थान पर डंप कर दिया था। अब वह कुर्सियां कहां गई यह जांच का विषय है। इस संबंध में मोटर स्टैंड वार्ड की पूर्व पार्षद प्राची सोनी का कहना है कि 3 साल पहले कुर्सियां खरीदी गई थी और सभी कुर्सियां वार्ड में लगी थी अब चोरी हो गई होगी तो वह नहीं कह सकती हैं। 1 साल पहले जो कुर्सी खरीदी करने का आर्डर दिया गया था उसे जांच की वजह से रोका गया। और जहां पर की अनुशंसा की गई थी वहां पर नाली निर्माण हुआ है। मैने ईमानदारी से काम किया है।