धमतरी/ 5 अगस्त धमतरी जिले में आज एकदिवसीय “उद्योग-बैंकर्स संवाद” कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने की। यह कार्यशाला केंद्र सरकार की RAMP योजना (Raising and Accelerating MSME Performance) के अंतर्गत आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य MSME, महिला उद्यमी, SHG और कारीगरों को बैंकिंग सहायता और सरकारी योजनाओं से जोड़ना था।
कार्यशाला में कलेक्टर ने जिले की औद्योगिक संभावनाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि धमतरी आने वाले समय में एक व्यावसायिक और औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर सकता है। उन्होंने कहा:
“धमतरी में जलस्रोतों की प्रचुरता, सड़कों का सशक्त नेटवर्क, और निकट भविष्य में रेलवे और औद्योगिक कॉरिडोर की सुविधा, जिले को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने में सहायक होगी।”
रेल सेवा और बंदरगाह कनेक्टिविटी से मिलेगा निर्यात को बढ़ावा
कलेक्टर ने जानकारी दी कि धमतरी को जल्द ही रेल सेवा से जोड़ा जा रहा है, जिससे उत्पादों की देशभर में सप्लाई आसान होगी। साथ ही विशाखापट्टनम बंदरगाह की दूरी महज 5-6 घंटे रह जाने से निर्यात क्षेत्र में नए द्वार खुलेंगे।
उद्यमियों को मिला बैंक अधिकारियों से संवाद का अवसर
कार्यशाला में भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे प्रमुख बैंकों के अधिकारियों ने भाग लिया और मुद्रा योजना, स्टार्टअप लोन, CGTMSE जैसी योजनाओं की जानकारी दी।
स्थानीय उद्यमियों और महिला कारोबारियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और व्यवसाय से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की। कई ऋण प्रस्तावों पर मौके पर ही प्राथमिक कार्यवाही की गई।
व्यापार एवं उद्योग केंद्र की पहल
जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के प्रबंधक प्रशांत चंद्राकर ने कहा कि इस प्रकार के संवाद कार्यक्रमों से MSME सेक्टर को मजबूती मिलेगी और भविष्य में भी ऐसे आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने सभी बैंक प्रतिनिधियों और उद्यमियों का आभार जताया।
इस समाचार का प्रमुख एंगल:
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MSME को लेकर प्रशासन की सक्रियता
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बैंक और उद्योग के बीच सीधा संवाद
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भविष्य के औद्योगिक विकास की रूपरेखा
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महिला उद्यमिता और SHG की भागीदारी
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जिले के व्यापारिक भविष्य का रोडमैप