हाल ही में ऑपरेशनसिंदूर में भारत से मुंह की खाने वाला पाकिस्तान अब अपनी शक्तियों में इजाफा करने वाला है. भारत की ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल से घबराया पाकिस्तान अब अपने एयर डिफेंस सिस्टम में सुधार करने की इच्छा से जर्मनी के आगे भीख मांगने जा रहा है. खबर है कि पाकिस्तान जर्मनी से उन्नत मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने के लिए सोच रहा है. पाकिस्तान जर्मनी की कंपनी डाईहल डिफेंस के जरिए बनाए गए IRIS-T SLM एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने के बारे में सोच रहा है.
यह वही सिस्टम है, जिसने यूक्रेन में रूस के हमले रोके थे. यूक्रेन का ऐसा कहना है कि इस सिस्टम ने पिछले साल से लेकर अब तक 60 से ज्यादा मिसाइल हमलों को रोक दिया था. आइए जानें कि यह एयर डिफेंस सिस्टम कितना खतरनाक है.

कितना खतरनाक जर्मनी का एयर डिफेंस सिस्टम
जर्मनी के IRIS-T SLM एयर डिफेंस सिस्टम की बात करें तो यह पहली बार 1990 के दशक में सामने आया था, लेकिन अब इसको नई तकनीक के साथ अपडेट कर दिया गया है. इस एयर डिफेंस सिस्टम में ऑपरेशन सेंटर, रडार यूनिट, मिसाइल लॉन्चर लगे होते हैं. यह 20 फीट के ढांचे में फिट होता है, इसलिए इसको कहीं पर भी आसानी से तैनात कर दिया जाता है. इस एयर डिफेंस सिस्टम की कीमत की बात की जाए तो इसकी एक यूनिट की कीमत लगभग 200 मिलियन डॉलर बताई जा रही है. यह एक मीडियम रेंड की वायु रक्षा प्रणाली है.
भारत का ब्रह्मोस है IRIS-T SLM
जर्मनी के इस एयर डिफेंस सिस्टम ने रूसी P-800 ओनिक्स मिसाइल के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था. इसको कुछ हद तक भारत के ब्रह्मोस जैसा माना जाता है. IRIS-T SLM का मतलब होता है इमेजिंग सिस्टम-टेल/थ्रस्ट वेक्टर कंट्रोल्ड-सरफेस-लॉन्च मिसाइल है. 2023 में इसको जर्मनी ने अपनी वायुसेना के लिए खरीदा था, जिसकी कुल लागत लगभग 900 मिलियन यूरो यानि 8309 करोड़ रुपये है. इसकी रेंज 40 किलोमीटर के आसपास है और यह 360 डिग्री तक नजर रख सकता है.