इंदौर के हनीमून कपल का सनसनीखेज मामला अब तक एक रहस्य बना हुआ है. राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 21 मई को मेघालय घूमने पहुंचे थे, लेकिन 23 मई से दोनों लापता हो गए. 2 जून को राजा रघुवंशी का शव एक गहरे गॉर्ज में मिला, जबकि सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है.
मेघालय पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है और कपल की गतिविधियों से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज भी जारी की है. एनडीटीवी के रिपोर्ट के अनुसार, आइए जानते हैं इस रहस्यमयी मामले की दिन-ब-दिन की टाइमलाइन.
21 मई की शाम कपल ने शिलॉन्ग स्थित बालाजी गेस्ट हाउस में चेक-इन करके अगले दिन सुबह वे बाहर निकले और कीटिंग रोड से एक स्कूटी किराए पर ली. फिर नाश्ता किए बिना गेस्ट हाउस से चेक आउट कर दो बैग्स के साथ स्कूटी से सोहरा (चेरापूंजी) की ओर रवाना हो गए. 22 मई की शाम वे मावलाखियात गांव पहुंचे और स्कूटी को स्थानीय पार्किंग में खड़ा कर एक गाइड की मदद से नॉंगरियात गांव के शिपारा होमस्टे में रात बिताने चले गए.
23 से 25 मई के बीच हुआ?
23 मई की सुबह कपल ने शिपारा होमस्टे से चेक आउट किया और बिना गाइड के मावलाखियात के लिए रवाना हुए. इसके बाद दोनों रहस्यमयी तरीके से लापता हो गए. उसी दिन आसपास के क्षेत्रों में सर्च शुरू किया गया. 24 मई को सोहरारीम गांव के मुखिया ने पुलिस को एक लावारिस स्कूटी की सूचना दी. 25 मई को स्कूटी मालिक को बुलाया गया, जिसने पुष्टि की कि यह स्कूटी राजा रघुवंशी और सोनम ने इंदौर से आकर किराए पर ली थी.
26 मई से 2 जून: छानबीन और दुखद अंत
26 मई से पुलिस और रेस्क्यू टीम ने सोहरारीम और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया. 2 जून को वाई सौदोंग फॉल्स के नीचे एक गहरे गॉर्ज में ड्रोन की मदद से एक शव दिखाई दिया. पुलिस ने शव को बाहर निकाला और परिजनों ने उसकी पहचान राजा रघुवंशी के रूप में की. शव अर्धविकसित अवस्था में था, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वह कई दिनों से वहां पड़ा था. सोनम की तलाश अब भी जारी है और मामले को हत्या के एंगल से भी जांचा जा रहा है.
यह पूरा मामला अब सिर्फ एक हनीमून ट्रिप नहीं, बल्कि एक गहरी मिस्ट्री बन चुका है, जिसकी गुत्थी सुलझने का इंतजार कर रहे हैं परिजन और प्रशासन दोनों.