मुजफ्फरपुर में नाबालिग लड़की से रेप और फिर इलाज के दौरान पटना में हुई मौत का मामला अब राजभवन तक पहुंच गया है. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने 11 सदस्यीय शिष्टमंडल के साथ राजभवन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की है. एक ज्ञापन सौंपा गया है. राज्यपाल से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई है.
प्रतिनिधि मंडल में शामिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि राज्यपाल को पूरे मामले की विस्तृत जानकारी दी गई है. चर्चा हुई है. एक दलित बच्ची का ना सिर्फ बलात्कार हुआ बल्कि हत्या भी की गई है. 17 जगह जख्म के निशान थे. अस्पताल में समय पर भर्ती नहीं किया गया. सरकार की तरफ से यह बरती गई आपराधिक लापरवाही है.
घटना के बाद जांच के लिए बनाई गई है टीम
बता दें कि घटना के बाद बच्ची का पहले मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इलाज हुआ था. इसके बाद उसे पीएमसीएच (पटना) लाया गया था. दोनों जगह इलाज में लापरवाही के आरोप लगे हैं. इस पूरे मामले में जब विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू किया तो मंत्री मंगल पांडेय ने जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के तीन डायरेक्टर इन चीफ के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन किया है.
दूसरी ओर सरकार ने एक्शन लेते हुए पीएमसीएच के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत को पद से हटा दिया है. मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच की डॉ. कुमारी विभा को भी सस्पेंड किया गया है. आरोपी की गिरफ्तारी हुई है. 15 दिनों के भीतर स्पीडी ट्रायल चलाकर कठोर कार्रवाई की बात सरकार की ओर से कही गई है. इसी बीच अब यह मुद्दा राजभवन तक पहुंच गया है.