तेलांगना और महाराष्ट्र बॉर्डर पर कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर नक्सलियो के खिलाफ अब तक के सबसे बड़ा ऑपरेशन पिछले 8 दिनों से चल रहा है. जानकारी के मुताबिक कुर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर हिड़मा, दामोदर और देवा जैसे बड़े हार्डकोर नक्सली लीडरों को सुरक्षा बलों के जवानों ने घेर रखा है.
इसी बीच नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता अभय ने सरकार को पत्र लिख कर शांति वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाने की अपील की है. सुरक्षा बलों के एक्शन से घबराए नक्सलियों ने सरकार से अपील की है कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं.
नक्सली अभय ने पत्र में लिखा कि इससे पहले भी मैंने शांति वार्ता के लिए पर्चा जारी किया था. इसके बाद हमारे साथ रूपेश ने भी 2 बार पर्चा जारी कर सरकार से समाधान की अपील की थी. अभय ने कहा कि पिछले लगभग एक महीने में ये हमारा चौथा पत्र है . सरकार और माओवादी आपसी बातचीत से समस्या का समाधान निकाल सकते है.
नक्सलियों को सता रहा मौत का डर
दरअसल जिस तरह से साल 2025 की शुरुआत से अब तक पिछले 4 महीनों में सुरक्षा बलों ने 400 से ज्यादा नक्सलियों को मारा है जिसमें कई बड़े नक्सली लीडर और लाखों के इनामी नक्सली भी शामिल हैं. इसके बाद आए लगातार सुरक्षा बलों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी ज्यादा मजबूत की है. वहीं छत्तीसगढ़, तेलांगना और महाराष्ट्र बॉर्डर पर कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर पिछले 8 दिनों से 10 हज़ार से ज्यादा जवानों ने नकलसियों के बड़े लीडरों को घेर रखा है. जिसके चलते अब नक्सलियों को मौत का डर सताने लगा है. यही वजह है कि नक्सली लगातार पत्र जारी कर सरकार से शांति वार्ता की अपील कर रहे हैं.
नक्सलियों ने PLGA को सशस्त्र कार्रवाई रोकने के दिये निर्देश
नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता अभय ने अपने पत्र में कहा कि शांतिवार्ता के लिए अभी तक सबसे पहले मेरी तरफ से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति उसके बाद हमारे दण्डकारण्य उत्तर पश्चिम ज़ोन के साथी रूपेश की 2 प्रेस विज्ञप्ति और आज मेरी तरफ से जारी ये चौथा पत्र है. हम लगातार सरकार से शांति वार्ता की अपील कर रहे हैं. शांति वार्ता के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करने के मकसद से हमने अपने PLGA को सशस्त्र कार्रवाई ना करने के निर्देश पहले ही दे दिए हैं.
माओवादियों ने कहा हमारे बड़े लीडरों को घेर रखा है
माओवादियों ने अपने पर्चे में आगे लिखा कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर जो ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उसमें सुरक्षा बलों के 10 हज़ार से ज्यादा जवानों ने हमारे कई साथियों को मार गिराया है. सरकार इसे अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन बता रही है. और सुरक्षा बलों ने पार्टी नेतृत्व को भी घेर रखा है. हमारे पार्टी नेतृत्व की हत्या करने की कोशिश की जा रही है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद खत्म करने की दी डेडलाइन
इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जब-जब छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए उन्होंने नक्सलवादियों को चेताया है . अमित शाह ने कहा कि हिंसा का रास्ता छोड़ समाज की मुख्यधारा से जुड़े. अगर नक्सलवादी बंदूक का रास्ता अपनाएंगे तो हमारे जवान उन्हें निपटा देंगे.
इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह ने एक डेड लाइन भी जारी की है अमित शाह ने कहा 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद को जड़ से खत्म कर दिया जाएगा. नक्सलवाद को खत्म करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की डेडलाइन के बाद से छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों के नक्सल विरोधी ऑपरेशन में लगातार तेजी देखने को मिली है.