झारखंड के पलामू जिले में बुधवार (6 अगस्त) को एक दर्दनाक हादसे में आकाशीय बिजली गिरने से एक ही परिवार की 3 महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई. यह घटना जिले के पांकी थाना क्षेत्र के जोलहाबिगहा गांव में उस समय घटी जब महिलाएं खेत में धान की रोपाई कर रही थीं.
मरने वालों में ओकिदा खातून (40), रेशमी बीबी (35) और रजवी बीबी (40) शामिल हैं. पीटीआई के अनुसार, प्रशासन ने परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने का आश्वासन दिया है.
लेस्लीगंज अनुमंडल पुलिस अधिकारी मनोज कुमार झा ने बताया कि घटना के समय तीनों महिलाएं अपने घर के पास दोपहर के समय में खेत में काम कर रही थीं, तभी अचानक आकाशीय बिजली गिरी और वे उसकी चपेट में आ गईं.
झा के अनुसार, तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेजा गया है. पलामू की उपायुक्त समीरा एस ने मुआवजे की घोषणा करते हुए कहा कि मृतकों के परिवार को आपदा राहत प्रावधानों के तहत सहायता दी जाएगी.
पलामू में बढ़ रहीं वज्रपात की घटनाएं
पिछले कुछ महीनों से पलामू जिले में लगातार वज्रपात की घटनाएं सामने आ रही हैं. प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 6 महीनों में वज्रपात की चपेट में आकर जिले में अब तक कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है.
मौसम विभाग के अनुसार, क्षेत्र में लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे बिजली गिरने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं. जिला प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और बारिश के समय खुले में काम करने से बचने की अपील की है.
क्या करें वज्रपात से बचाव के लिए?
अब सवाल ये उठता है कि बारिश के दौरान खेत में काम करना कितना खतरनाक है? तो जानकारों का मानना है कि ये बहुत खतरनाक है. बारिश के समय खुले क्षेत्र में रहना, विशेषकर खेतों में, वज्रपात की चपेट में आने की संभावना बढ़ाता है.