शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में जब गुंडागर्दी हो और छात्रों का भविष्य दांव पर लग जाए, तो यह हमारे समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन जाता है. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से ऐसी ही एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. गणेशपुर नगर पंचायत के हंसराज इंटर कॉलेज में शिक्षकों के बीच आपसी विवाद ने अब छात्रों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है. यहां एक शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहा है, तभी दबंग आकर उससे मारपीट करने लगता है.
दरअसल, यह मामला इकोनॉमी विषय के टीचर राजेश चौधरी और स्कूल मैनेजमेंट के बीच चल रहे एक पुराने विवाद से शुरू हुआ. यह विवाद तब और बढ़ गया जब दबंगों ने बीच क्लास में घुसकर शिक्षक राजेश चौधरी के साथ बदसलूकी और हाथापाई की.
‘छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहा मैनेजमेंट’
पीड़ित शिक्षक राजेश चौधरी का आरोप है कि मैनेजमेंट जानबूझकर उन छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहा है, जो पढ़ना चाहते हैं. शिक्षक ने बताया कि बच्चों से अधिक फीस ली जा रही है ताकि कोई बच्चा अर्थशास्त्र के विषय में एडमिशन न ले सके. इतना ही नहीं उनके साथ मारपीट की गई, कॉलेज के पूर्व प्रबंधक के इशारे पर लगातार उन्हें परेशान किया जा रहा है.
पीड़ित शिक्षक ने कहा, कॉलेज की मनसा है कि कोई भी बच्चा उनके द्वारा पढ़ाए जा रहे विषय में एडमिशन न ले और उन्हें हटा दिया जाए. पूर्व प्रबंधक रण बहादुर सिंह पर आरोप लगाते हुए शिक्षक राजेश ने कहा कि एक साजिश के तहत उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है.
प्रिंसिपल ने आरोपों से झाड़ा पल्ला
वहीं, इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल देवेंद्र ने आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, पीड़ित शिक्षक ने इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी है. जिलाधिकारी (DM) और जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) को भी पत्र लिखकर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
‘इगो की लड़ाई में बच्चों को नहीं पिसने दिया जाएगा’
जिला विद्यालय निरीक्षक जगदीश शुक्ला ने बताया कि इगो की लड़ाई में बच्चों को नहीं पीसने दिया जाएगा, जो भी बच्चे अर्थशास्त्र पढ़ना चाहते है उन्हें कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी. साथ ही यह भी कहा कि आगामी 12 तारीख को कॉलेज में कोई बच्चा आकर इकोनॉमी में एडमिशन ले सकता है, इसके लिए उन्होंने पुलिस और प्रिंसिपल को पत्र जारी कर दिया है. स्कूल में पढ़ाते वक्त शिक्षक के साथ बदसलूकी करने की भी जांच करवाई जा रही है.