धमतरी/ 4 जुलाई जिले में किसानों को गुणवत्तापूर्ण कृषि सामग्री उचित दर पर उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पैक्स समितियों को सीएससी किसान ई-स्टोर प्रणाली का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को बीज, उर्वरक, कीटनाशक और कृषि उपकरण जैसी आवश्यक सामग्रियों की सुलभ और पारदर्शी आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
प्रदेश में पहली बार धमतरी से हुई पहल की शुरुआत
प्रशिक्षण के दौरान स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर सुरेंद्र कुमार दास ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि सीएससी किसान ई-स्टोर के माध्यम से कैसे समितियाँ डिजिटल माध्यम से कृषि आदानों की खरीद और बिक्री कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि यह राज्यस्तरीय योजना की शुरुआत धमतरी से की गई है, जो जिले के लिए गौरव की बात है।
CSC पोर्टल (https://www.csc.gov.in) की तकनीकी जानकारी साझा करते हुए दास ने समितियों को बताया कि वे पोर्टल पर लॉगिन कर उत्पादों का पंजीकरण एवं क्रय-विक्रय कैसे करें।
कलेक्टर का सुझाव: बहुउद्देशीय बनें पैक्स समितियाँ
कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि पैक्स समितियों को केवल ऋण वितरण तक सीमित न रखते हुए उन्हें बहुउद्देशीय सेवा संस्थान के रूप में विकसित करना चाहिए। इससे किसानों को बीज, उर्वरक, कृषि यंत्र, विपणन जैसी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल सकेंगी।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में एक सीएससी को “रोल मॉडल” के रूप में विकसित किया जाए, जिसकी दो माह बाद भौतिक सत्यापन के साथ समीक्षा की जाएगी।
धमतरी जिले की स्थिति
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जिले में कुल 74 सेवा सहकारी समितियाँ पंजीकृत हैं
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सभी की CSC ID बन चुकी है और 100% संचालन प्रारंभ हो चुका है
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अब तक 1960 किसान पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को तकनीकी मजबूती
यह पहल न केवल किसानों को सीधे लाभ पहुंचाएगी बल्कि जिले की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को तकनीकी और व्यवस्थित रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।