दुर्ग। अमलेश्वर थाना क्षेत्र के खम्हरिया गांव में महिला और उसके 8 वर्षीय बेटे की दोहरी हत्या (Double Murder) के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो आपस में चचेरे भाई हैं। हत्या का कारण महिला द्वारा आरोपी पर शादी का दबाव बनाना बताया जा रहा है। मृतकों की पहचान सुनीता चतुर्वेदी (32 वर्ष) और उसके बेटे काव्यांश चतुर्वेदी (8 वर्ष) के रूप में हुई है, जो रायपुर के राजेन्द्र नगर के निवासी थे। दोनों की लाश रविवार को खम्हरिया गांव के दो अलग-अलग कुओं से बरामद की गई थी। शवों को बोरे में बंद कर, पत्थर से बांधकर कुएं में फेंका गया था। पुलिस जांच में सामने आया कि रायपुर की एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका रही सुनीता की पहचान सोशल मीडिया (इंस्टाग्राम) के माध्यम से खम्हरिया निवासी छत्रपाल सिंगौर से हुई थी। दोस्ती धीरे-धीरे प्रेम संबंध में बदल गई। सुनीता, जो विधवा थी, छत्रपाल से विवाह करना चाहती थी, लेकिन आरोपी ने पारिवारिक दबाव में अपने समाज की लड़की से शादी कर ली।
शादी के बाद भी सुनीता द्वारा लगातार शादी के लिए दबाव बनाए जाने और धमकियों से परेशान होकर छत्रपाल ने अपने चचेरे भाई शुभम सिंगौर के साथ मिलकर उसे और उसके बेटे को मारने की साजिश रची। 18 जून को छत्रपाल सुनीता और काव्यांश को बहाने से खम्हरिया लेकर गया और शुभम के बताए स्थान पर खेत में ले जाकर दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों शवों को साड़ी में लपेटकर बोरी में भरकर, हाथ-पैर बांधकर कुओं में फेंक दिया गया। मामले की सूचना मिलने पर अमलेश्वर पुलिस मौके पर पहुंची। शवों की पहचान के बाद रायपुर के सिविल लाइन थाने में दर्ज गुमशुदगी रिपोर्ट से मिलान किया गया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया है। एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया गया है और मामले में विस्तृत जांच जारी है।