अमेरिका से ट्रेड डील की संभावनाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अगस्त 2025 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा बयान दिया. प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत किसानों के हित के साथ समझौता नहीं करेगा. पीएम ने यह भी कहा कि हमें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी लेकिन मैं तैयार हूं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, ‘भाजपा को 10 साल पहले यह सोचना चाहिए था कि हमें अपने किसानों, कृषि और डेयरी उत्पादों के हितों के बारे में हमेशा चिंतित रहना चाहिए और हमें प्रत्येक क्षेत्र पर प्राथमिकता के आधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. हमारा देश किस ओर जा रहा है? जो लोग दावा करते थे कि भारत के दुनिया के हर देश के साथ अच्छे संबंध हैं और शायद ही कोई ऐसा देश हो जहाँ भारत और भारतीयों का सम्मान न किया जाता हो, सरकार के अब ये बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं.’
सपा चीफ ने कहा कि हम अपनी विदेश नीति में बिल्कुल असफल रहे हैं. हम अपने किसानों की आय को वादे के अनुसार दोगुना नहीं कर पाए हैं. युवा बेरोजगार हैं. हमारा देश, हमारी अर्थव्यवस्था, हमारे किसान और हमारे युवा खतरे में हैं. भारत चारों तरफ से घिर गया है.’
इसके अलावा अखिलेश ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा रूस से तेल खरीद को लेकर भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ‘आपको अमेरिका के साथ संबंध बनाए रखने होंगे। अमेरिका के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंध रहे हैं और हमें इन संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में काम करने की ज़रूरत है। इस सरकार के 11 साल पूरे होने के बाद सरकार यह सब क्यों कह रही है?’
पीएम ने क्या कहा था?
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘हमारे लिए, हमारे किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता है. भारत किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा. मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं, मुझे इसके लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं. आज, भारत देश के किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के लिए तैयार है.’