भारत में सोने की कीमत में कमी आने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है. देश में बीते 22 अप्रैल को सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 1 लाख के आंकड़े को भी पार कर गई है. आज अक्षय तृतीया भी है और इस मौके पर सोना या चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. पिछले दो सालों में सोने पर मिले शानदार रिटर्न की वजह से भी लोगों में इसकी खरीद को लेकर उत्साह बना हुआ है.
बीते 2 सालों में सोने ने दिया शानदार रिटर्न
एक्सपर्ट्स का मानना है कि आजकल हल्के डिजाइन के गहनों और जड़ाऊ आभूषणों के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है. जेम एंड ज्वैलरी काउंसिल ऑफ इंडिया (जीजेसी) के चेयरमैन राजेश रोकड़े ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि पिछले दो सालों में सोने ने 20-25 परसेंट तक का रिटर्न दिया है इसलिए सोने पर लोगों का भरोसा भी बढ़ा है.
उन्होंने आगे कहा, ”पिछले साल अक्षय तृतीया पर सोने की कीमत 72,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जबकि 2023 में इसकी कीमत 58,000 रुपये थी. 20-25 परसेंट के एनुअल ग्रोथ के साथ सोना खरीदारों को आकर्षित कर रही है. सोने में इसी तेजी के कारण लोग इसमें ज्यादा से ज्यादा निवेश कर रहे हैं.”
अक्षय तृतीया, ऊपर से शादियों का भी सीजन
उन्होंने कहा कि भारत ने 2024 में 802 टन सोना आयात किया, जो 2023 में 741 टन से अधिक है, जो बढ़ती कीमतों के बावजूद मांग में लगातार मजबूत वृद्धि को दर्शाता है. ज्वैलर्स भी आगे आने वाले बिजी सीजन को लेकर तैयार हैं. पीएनजी ज्वैलर्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभ गाडगिल ने कहा कि अक्षय तृतीया के साथ-साथ शादियों के सीजन की वजह से मांग बढ़ी है. इस दौरान दुकानों में सोने की खरीदारी या डिलीवरी लेने वाले ग्राहकों की भीड़ बढ़ेगी. सोने की बढ़ती कीमतों के साथ लोगों में स्टड्ड ज्वेलरी के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है. इसके अलावा, दुल्हन के गहने खरीदने के लिए लोग पुराने गहनों के बदले नए खरीद रहे हैं.
गिर सकती है सोने की कीमतें
कमोडिटी एनालिस्ट्स का मानना है कि सोने की कीमतों में अभी बढ़ोतरी जारी है, लेकिन आने वाले महीनों में इसकी कीमतें कम हो सकती हैं. केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा, पिछले साल अक्षय तृतीया के बाद से सोने ने 32 परसेंट का शानदार रिटर्न दिया है. हालांकि, आने वाले सालों के लिए यह सलाह दी जाती है कि सोना इंवेस्टमेंट के नजरिए से नहीं बल्कि शादी-ब्याह जैसे औपचारिक उद्देश्यों के लिए ही खरीदें क्योंकि महंगाई के मुकाबले रिटर्न 6-7 परसेंट के बीच बने रहने की उम्मीद है. नतीजतन, सोंने की कीमतों में 86,000-87,000 रुपये के लेवल तक की गिरावट होने की उम्मीद है.