सुकमा के कोंटा में नक्सलियों के लगाए आईडी ब्लास्ट में सोमवार (9 जून) को शहीद हुए एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे का मंगलवार (10 जून) को रायपुर में अंतिम संस्कार किया गया. रायपुर के महादेवघाट मुक्तिधाम ने आकाश राव के बेटे ने मुखाग्नि दी. वहीं आकाश राव की पत्नी ने उन्हें रोते हुए सैल्यूट किया.
परिजन, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शहर के आम नागरिक भी भारी तादात में आकाश राव की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. सभी ने नम आंखों से जाबां ऑफिसर को अंतिम विदाई दी.

मिला गार्ड ऑफ ऑनर
इससे पहले शहीद एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे को माना पुलिस बटालियन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, गृहमंत्री विजय शर्मा और उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी शहीद एएसपी राव को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़
शहीद एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे की अंतिम यात्रा रायपुर के कुशालपुर इलाके स्थित उनके पैतृक निवास से निकली. अंतिम यात्रा में रायपुर कलेक्टर, एसपी समेत पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे. इसके अलावा रायपुर शहर के आम लोग भी भारी तादात में अंतिम यात्रा में शामिल हुए. ऐसा लग रहा था मानो पूरा शहर ही उमड़ पड़ा हो.
14 साल में पहली बार कोई अधिकारी शहीद
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार (9 जून) को नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम में विस्फोट होने से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव शहीद हो गए थे. साथ ही दो अन्य पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक राज्य में पिछले 14 वर्ष में यह पहली बार है जब किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की मौत नक्सली घटना में हुई है. यहां पिछले डेढ़ वर्ष से माओवादियों के खिलाफ लड़ाई तेज हो गई है.
अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस अधिकारी आकाश राव सुकमा के कोंटा क्षेत्र में मिट्टी को हटाने की एक मशीन को नक्सलियों द्वारा आग लगाने की सूचना पर सोमवार (9 जून) को सुबह जवानों के साथ पैदल मौके पर जा रहे थे. इसी दौरान कोंटा-एर्राबोर मार्ग पर डोंड्रा गांव के पास नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम (बारूदी सुरंग) में विस्फोट हुआ, जिसमें एएसपी आकाश राव गिरपुंजे शहीद हो गए.