जिले की 144 शिक्षक विहीन स्कूल में हुई शिक्षकों की नियुक्ति
धमतरी/ 7 जून जिले के शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षिकीय शालाओं के लिए युक्तियुक्तकरण का कदम दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रही है। दूरस्थ अंचलों में शिक्षक विहीन और एकल शिक्षकीय शाला होने से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा था। वह अब युक्तियुक्तकरण से दूर होने जा रहा है। धमतरी जिले के नगरी विकासखंड 181 शिक्षक विहीन स्कूलों में से 144 स्कूलों को अब शिक्षक मिल चुके हैं। इससे इन शालाओं में शैक्षणिक वातावरण बेहतर होगा।
राज्य शासन के दिशा-निर्देश में जिले में अतिशेष शिक्षकों के काउंसलिंग की प्रक्रिया पूर्ण होने पश्चात अब जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में मौजूद शिक्षक विहीन और एकल शिक्षकीय विद्यालयों को नए शिक्षक मिल चुके है। इससे अब न केवल इन क्षेत्रों के स्कूलों को नए शिक्षक मिले है बल्कि विद्यार्थियों के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा भी सुनिश्चित हुई है। जिले के वनंचाल सुदूर क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। शिक्षक नहीं होने से कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों का भविष्य अधर में था। लेकिन आज युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शाला को शिक्षक मिलने से बच्चों के भविष्य को आशा की एक नई किरण दिखने लगी है।
शिक्षक नहीं होने से बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। लेकिन युक्तियुक्तकरण से शाला शालाओं में शिक्षकों की नियुक्ति कि गई है, इससे बच्चों की पढ़ाई बेहतर होगी।
युक्तियुक्तकरण से पहले जिले के मैदानी इलाकों के स्कूलों में दर्ज संख्या के मान से अधिक शिक्षक कार्यरत थे और वहीं दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या के मान से शिक्षक कार्यरत नहीं होने के कारण शिक्षक, छात्र-छात्राओं के अध्यापन कार्य में जो असंतुलन की स्थिति निर्मित थी। संसाधनों के इस असंतुलित वितरण से कई विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई पर काफी नकारात्मक असर पड़ रहा था। विषय शिक्षकों की उपलब्धता नहीं होने से छात्रों को गणित और विज्ञान जैसे विषयों पर पकड़ बनाने में दिक्कत होती थी। युक्तियुक्तकरण के माध्यम से दूर करने का कार्य किया गया है।
कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने कहा कि जिले के 111 स्कूलों में गणित विज्ञान के शिक्षक नहीं थे, अब युक्तिकरण के पश्चात सभी जगह विज्ञान के शिक्षकों के माध्यम से क्लास शुरू की जाएगी, गणित विज्ञान के शिक्षक इन स्कूलों में दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले के 172 स्कूल एकल शिक्षक और तीन स्कूल शिक्षक शिक्षकविहीन थे।दूरस्थ अंचल जैसे दक्षिण मगरलोड नगरी विकासखंड और डूबान क्षेत्र में शिक्षकों की कमी को पूरा कर समाधान निकाला गया है। उन्होंने कहा की खुशी की बात है की युक्तियुक्तकरण पश्चात सभी शिक्षकों ने ज्वाइन कर लिया है। इन क्षेत्रों में शिक्षकों की नियुक्ति से क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों पालको और स्कूली बच्चों में उत्साह है। जिले में 181 अतिशेष शिक्षक थे, अब 37 स्कूल ही ऐसे हैं जहां पर एकल शिक्षक होंगे। 144 स्कूल एकल शिक्षक से हट गए हैं। बच्चों के शिक्षण कार्य में जो समस्या होती थी, अब उसे राहत मिल पाएगी। साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा।