धमतरी/ जिले में शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में अनियमितताओं और लापरवाही के आरोपों को लेकर शिक्षक साझा मंच के प्रतिनिधिमंडल ने रायपुर संभाग आयुक्त महादेव कावरे और संयुक्त संचालक राकेश पांडे को ज्ञापन सौंपा है। मंच ने दोषी अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
जिला संचालक डॉ. भूषण लाल चंद्राकार के नेतृत्व में अमित महोबे, दिनेश पांडे और दौलत राम ध्रुव सहित शिक्षक प्रतिनिधियों ने बताया कि धमतरी जिले में युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में गंभीर त्रुटियां सामने आई हैं। इनमें दावा-आपत्ति का मौका न देना, रिक्त पदों की अपारदर्शिता, नियमों में चयनित अपवाद और संवर्गों की मनमानी सूची प्रमुख रही।
प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि—
दिव्यांग शिक्षकों को भी अतिशेष सूची में शामिल किया गया।
नियमों के विरुद्ध कनिष्ठ को वरिष्ठ दर्शाया गया।
कुछ स्कूलों को नियम से छूट मिली, पर बाकी विकासखंडों में नहीं।
संलग्न शिक्षकों को संस्था में ही पदस्थ दिखाया गया।
रात्रि में दिव्यांग प्रमाण पत्र जमा करने वाले शिक्षकों को प्राथमिकता दी गई।
इन तमाम बिंदुओं को लेकर पहले जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था, जिस पर 9 जून को जिला पंचायत सीईओ की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक के बाद 10 जून को धमतरी जिले से भेजे गए अतिशेष शिक्षकों को जिले में ही पदस्थ करने हेतु पत्र जारी हुआ। लेकिन 12 जून को उसी पत्र को निरस्त कर दिया गया, जिससे शिक्षकों में आक्रोश फैल गया।
शिक्षक मंच के पदाधिकारियों ने यह मुद्दा न केवल संभागीय अधिकारियों बल्कि रायपुर के शिक्षा सचिव, संचालक लोक शिक्षण और मंत्रालय तक पहुंचाया है। उन्होंने दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
इस मौके पर मंच के प्रदेश उपसंचालक देवनाथ साहू, शैलेंद्र पारीक, हरीश सिन्हा, नंदकुमार साहू, रामदयाल साहू, योगेश लुनिया, चंद्रशेखर साहू सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।