12 जून की दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट पर भीषण हादसा हुआ. अहमदाबाद में एयर इंडिया का एक विमान क्रैश हो गया. एयर इंडिया का 787-8 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया . यह विमान अहमदाबाद से लंदन जाने वाला था और इसमें 242 लोग सवार थे. विमान में सवार एक व्यक्ति के अलावा सभी की मौत हो गई. यह दुर्घटना भारत में अब तक की सबसे बड़ी विमान दुर्घटनाओं में से एक है.
विमान क्रैश के बाद उठने लगे कई सवाल
अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे के बाद कई सवाल उठने लगे हैं. जिसमें विमान हादसे को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि यह हादसा पक्षियों के टकराने से हुआ या फिर तकनीकी नियंत्रण खाेने के कारण हुआ है. हादसे की वजह अभी तक भी सामने नहीं आई है. बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह से साफ होगी और हादसे की असली वजह सामने आएगी, लेकिन कई एक्सपर्ट के अनुसार यह हादसा या तो पक्षी टकराने से हुआ या फिर अचानक नियंत्रण खोने से हुआ है.
टेक ऑफ और लैंडिंग के दौरान होते हैं सबसे ज्यादा विमान हादसे
एक्सपर्ट के अनुसार, आमतौर पर उड़ान के दौरान हादसे दो कारणों से होते हैं जिसमें एक कारण इंजन का फेल होना और दूसरा पक्षियों के टकराने से होता है. वहीं सामान्य उड़ान से हादसे कम होते हैं, लेकिन टेकऑफ और लैंडिंग के समय विमान जमीन के सबसे पास होता है. ऐसे समय में पक्षियों की गतिविधि ज्यादा होती है. वहीं इस दौरान अगर कोई पक्षी विमान के इंजन से टकरा जाए या उसमें फंस जाए तो इंजन फेल हो सकता है और इससे बड़ा नुकसान हो सकता है. इस कंडीशन में पायलट को रिएक्ट करने का समय भी नहीं मिल पाता है.
इंजन से पक्षी का टकराना कितना खतरनाक
अगर कोई भी पक्षी विमान से टकराता है तो उससे नुकसान नॉर्मल होता है. लेकिन अगर कोई पक्षी इंजन में चला जाए तो उससे बहुत खतरनाक नुकसान हो सकता है. इससे विमान का इंजन फेल होने के साथ उसमें आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है. अहमदाबाद में हुए हादसे में भी ऐसी ही स्थिति की आशंका जताई जा रही है.
नियंत्रण खोने से कैसे हो सकता है हादसा
अहमदाबाद में हुए हादसे में एक और अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हादसा नियंत्रण खोने से हुआ है. इसे लेकर एक्सपर्ट भी कहते हैं कि नियंत्रण खोने से भी यह हादसा हो सकता है. नियंत्रण खोकर हादसा होने की यह स्थिति तब होती है जब विमान का कंट्रोल जाम हो जाता है. विमान की ऐसी भयावह घटनाओं को रोकने के लिए एक्सपर्ट बताते हैं कि एयरपोर्ट को हमेशा शहर से दूर बनाना चाहिए, जिससे पक्षियों से टकराने की घटनाएं न हो. इसके अलावा विमान टेकऑफ और लैंडिंग से पहले बर्ड एक्टिविटी का ट्रैकिंग सिस्टम भी होना चाहिए.