दिल्ली समेत देश भर में कोरोना वायरस एक बार फिर पांव पसार रहा है. 2020 से लेकर 2022 तक आतंक मचाने वाले कोराना वायरस के मामले फिर से देश में बढ़ने लगे हैं. दिल्ली में इस वायरस से पहली मौत भी दर्ज की गई है.
60 वर्षीय महिला, जो कुछ समय पहले कोविड पॉजिटिव पाई गई थीं, उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक महिला को लैपरोटॉमी के बाद तीव्र आंत्र रुकावट (Intestinal Obstruction) की शिकायत थी. साथ ही, उनका कोविड-19 टेस्ट भी पॉजिटिव आया था.
इसी के साथ दिल्ली में कोरोना के कुल एक्टिव मामले बढ़कर 294 हो गए हैं. कुछ ही समय में आंकड़ा 300 के करीब पहुंच गया है. वहीं, देशभर में आज की तारीख (31 मई) तक 2710 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ये आंकड़े जारी किए हैं. सबसे ज्यादा मामले केरल में रिपोर्ट हुए हैं, जहां एक्टिव केस की संख्या 1147 हो गई है.
NCR में भी बढ़ रहे मामले
दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर में भी कोरोना के मामले बढ़ते दिख रहे हैं. 30 मई तक के आंकड़ों के मुताबिक, नोएडा में एक्टिव मरीजों की संख्या 43 पहुंच गई है. इनमें 21 पुरुष और 22 महिलाएं शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी मरीजों को होम आइसोलेशन में रखने के निर्देश दिए हैं. मरीजों की हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है.
एम्स के डॉक्टर ने क्या कहा?
AIIMS दिल्ली का कहना है कि कोरोनावायरस का जो नया वैरिएंट आया है- JN.1, यह सबसे ज्यादा फैल रहा है. हालांकि, घबराने की बात नहीं है. इस वैरिएंट में एक्टिव केस की संख्या बढ़ रही है, लेकिन यह इतना खतरनाक नहीं है. म्यूटेशन की वजह से संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलने के चांस ज्यादा हैं और यह नया वैरिएंट लोगों के इम्यून सिस्टम को इवेड कर रहा है. हालांकि, इसके लक्षण हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत भी कम पड़ रही है.