तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाले जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के एक नेता का बड़ा बयान सामने आया है. ऐसा लग रहा है कि तेज प्रताप यादव के खिलाफ लालू यादव की ओर से लिए गए एक्शन के बाद विवाद और बढ़ गया है. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा का कहना है कि एक बेटे की बलि देकर दूसरे को मजबूत किया जा रहा है. बीते बुधवार (28 मई, 2025) को पूर्णिया में पत्रकारों से बातचीत में जेडीयू नेता ने यह बयान दिया.
उनका सीधा इशारा तेजस्वी यादव की ओर था. तेज प्रताप पर कार्रवाई को मनीष वर्मा ने ‘नाटक’ बताया. उन्होंने कहा कि निष्कासन के पीछे भी राजनीति है. मनीष वर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा कि ये कौन सी कार्रवाई हुई?
जेडीयू नेता मनीष वर्मा ने कहा, “पार्टी से निष्कासन तो सुना है लेकिन परिवार से बाहर करना हास्यास्पद लगता है.” लालू यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले ने खुद अनैतिक कार्य किए हैं. मनीष वर्मा ने कहा कि ‘कुकर्म’ होने के बाद अब पर्दा ढंकने की कोशिश हो रही है. तेज प्रताप के खिलाफ कार्रवाई नौटकी है. अब फैसला जनता को लेना है.
मनीष वर्मा ने कहा, “ये कौन सा परिवार है? खैर उनका पारिवारिक मामला है. आज तक मैंने सुना था पार्टी से निष्कासित किया जाता लेकिन यह नहीं सुना था कि परिवार से निष्कासित किया जाता है. परिवार का जो बेटा होता है उसको कौन निष्कासित कर सकता है?”
बता दें कि विवाद सामने आने के बाद तेज प्रताप और अनुष्का यादव अभी कैमरे के सामने नहीं आए हैं. अनुष्का के भाई आकाश ने कहा है कि पहले तेज प्रताप यादव अपनी बात रखें उसके बाद अनुष्का यादव भी सामने आएंगी. फिलहाल यह मामला बिहार में चर्चा का विषय बना है.