अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को अपने व्यापारिक साझीदार देशों के ऊपर लगाए गए हायर टैरिफ रेट्स पर 90 दिनों का ब्रेक लगाकर बड़ी राहत दी है. लेकिन, उन्होंने चीन के ऊपर टैरिफ को बढ़कर 125% कर दिया. दुनिया के 46 देशों और यूरोपीयन यूनियन पर लागू हुए टैरिफ के बाद बाजार में हलचल और मंदी के भारी खतरे के चलते सिर्फ 13 घंटे के अंदर ही ट्रंप ने अपने इस फैसले पर यू-टर्न ले लिया.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के ऊपर उद्योगपतियों और निवेशकों का भारी दबाव था. जब उनसे इस कदम से पीछे हटने के बारे में व्हाइट हाउस में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि लोग थोड़ा लाइन से हटकर जा रहे हैं.”
किसी दूसरे राष्ट्रपति ने ऐसा नहीं किया
उन्होंने आगे कहा कि वे थोड़े से चिड़चिड़े हो रहे थे और थोड़े डरे हुए थे. कोई भी दूसरा राष्ट्रपति ऐसा नहीं किया था. ऐसे में किसी को तो ये करना ही थी. उन्हें इसे रोकना ही था क्योंकि ये लंबे समय तक चलने वाला नहीं था. मैं ऐसा करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं और किसी को तो ये करना ही था.
ट्रंप ने हालांकि ये एलान किया कि चीन से आयातित सामानों पर टैरिफ 104% से बढ़ाकर 125% किया जाएगा जो 10 अप्रैल की आधी रात से लागू हो जाएगा. उनके इस ऐलान ने दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्था में तनाव को और बढ़ाकर रख दिया.
ट्रंप ने नहीं किया सम्मान
उन्होंने एक सोशल पोस्ट में कहा कि वे कई व्यापारिक साझीदार देशों के ऊपर रेसिप्रोकल टैरिफ पर ब्रेक लगा रहे हैं क्योंकि वे सभी बातचीत के लिए हमारे पास आए, न कि जवाबी कार्रवाई की. इसके साथ ही, ट्रंप ने चीन पर सम्मान न करने का भी आरोप लगाया.