यूपी में बस्ती के दुबौलिया थाना क्षेत्र में 17 साल के नाबालिग आदर्श उपाध्याय की पुलिस की पिटाई से मौत मामले पर सियासत बढ़ती जा रही है. बुधवार को देर रात तक तत्कालीन थानाध्यक्ष दुबौलिया व अन्य पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करवाने के लिए समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य संगठनों ने पोस्टमार्टम हाउस से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक विरोध प्रदर्शन किया. गुरुवार को भी इस मुद्दे को लेकर सियासी तापमान हाई रहा.
इस मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा देर शाम पूर्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने मृतक आदर्श उपाध्याय के शोक संतृप्त परिजनों से मुलाकात की. परिवार के लोगों से मिलकर पीड़ित परिजनों को ढाढ़स बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया. इस दौरान सपा नेता ने बीजेपी पर जोरदार हमला किया और कहा कि अगर हमारी सरकार होती तो हमारा जिलाध्यक्ष धरने पर नहीं बैठता बल्कि दोषी पुलिसकर्मियों को जेल भिजवा चुका होता.
माता प्रसाद पांडे ने की कार्रवाई की मांग
सपा नेता ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोगों में दम हो तो कार्रवाई करके दिखाएं. यह अन्याय पूर्ण घटना है, भाजपा सरकार रोज कहती है यूपी में सुशासन है.. कानून व्यवस्था ठीक चल रही है. लेकिन, रोज कहीं न कहीं बुलडोजर चलते हैं तो कहीं एनकाउंटर होते हैं. इससे साबित होता है कि उनकी सरकार में प्रदेश में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है.
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में जब महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं के मुद्दों पर बात होती है तो उनकी सरकार इन सब पर बात करने के बजाय अयोध्या, महाकुंभ, बनारस और मथुरा की बात करने लग जाती है. लोगों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय बीजेपी वाले इन मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम कर रही है.
बीजेपी नेता ने किया सपा पर पलटवार
दूसरी तरफ बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और विधान परिषद सदस्य सुभाष यदुवंश ने भी सपा पर पलटवार किया और अखिलेश यादव को गौशाला से दुर्गंध वाले बयान लेकर निशाना साधा और कहा कि सपा मुखिया ने गोवंश को लेकर जो बयान दिया है, वह सनातन समाज का अपमान है. गाय हमारी धरोहर है, लेकिन सपा मुखिया को गोवंश से बदबू आती है. वोट बैंक के चक्कर में वह पूरी तरह से बौखला गए हैं.उन्होंने कहा कि मोदी और योगी के नेतृत्व में देश विश्व शक्ति बनने की राह पर है. ये सब देखकर विपक्ष के नेता अपना आपा खो चुके हैं.