विराट कोहली की कप्तानी के दौरान टीम में कई बदलाव हुए, एक समय पर इसका खामियाजा शिखर धवन को भी भुगतना पड़ा. कई बार उन्हें खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर होना पड़ा. उन्होंने हाल ही में रणवीर अल्लाहबादिया के साथ हुए इंटरव्यू में बताया कई 2016 में उन्हें टीम से क्यों बाहर कर दिया गया था. उन्होंने अपने करियर के सबसे मुश्किल दौर को याद किया. इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि चोट लगने के बावजूद वह एक मैच में खेले थे.
शिखर ने महसूस किया कि वह टीम में वापसी को लेकर अपने ऊपर बहुत ज्यादा दबाव ले रहे हैं, जिसके बाद उन्होंने अपनी सोच बदलने पर काम किया और खुश रहने पर ध्यान दिया. उन्होंने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में प्रदर्शन के दम पर टीम में वापसी की लेकिन 2018 में उन्हें फिर बाहर कर दिया गया.

रणवीर के साथ इंटरव्यू में धवन ने अपने क्रिकेट करियर के मुश्किल समय को याद किया. उन्होंने कहा कि विराट कोहली जब कप्तान थे तब टीम में लगातार बदलाव होते रहते थे. उन्हें भी टीम से बाहर होना पड़ा. उन्होंने 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता में खेले गए टेस्ट के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें चोट लग गई थी, बावजूद वह टीम के लिए खेले. बाद में उन्हें बाहर कर दिया गया.
मैं बहुत ज्यादा परेशान था- धवन
धवन ने बताया कि 2016 के समय वह काफी बढ़ाव में थे, उन्हें एहसास था कि रन नहीं बने तो टीम से बाहर होना पड़ेगा. उन्होंने उस दौर को अपने क्रिकेट करियर का सबसे मुश्किल समय बताया. उन्होंने कहा, “मैं बहुत ज्यादा परेशान था. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली पारी में मैं आउट हो गया, दूसरी पारी में ट्रेंट बोल्ट की गेंद लगने से मेरा हाथ टूट गया.”
धवन को पता था कि अगर वह नहीं खेलते हैं तो उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा, इसलिए उन्होंने चोट के बावजूद खेलने का फैसला किया. उन्होंने कहा, “मैंने सोचा कि पहले ही मरा हुआ हूं, तो पूरा मरके जाऊं ना.”
शिखर धवन अब क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं. उन्होंने अपने 12 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर में 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 मैच खेले. इसमें उन्होंने क्रमश 2315, 6793 और 1759 रन बनाए.