बिहार के कैमूर में एक व्यक्ति की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई है. बीते शुक्रवार (28 मार्च, 2025) को उसे हिरासत में लिया गया था. शाम में मौत हो गई. पूरा मामला करमचट थाने का है. 40 वर्षीय संजय शंकर पांडेय करमचट थाना क्षेत्र के ठकुरहट गांव के रहने वाले थे. घटना की जानकारी मिलते ही भभुआ डीएसपी शिव शंकर कुमार खुद सदर अस्पताल पहुंचे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
दरअसल शराब के नशे में परिवार से मारपीट की सूचना डायल-112 को दी गई थी. इसके बाद संजय शंकर पांडेय को पकड़कर पुलिस उनके घर से ले गई थी. जांच में भी शराब पीने की पुष्टि हुई. इसके बाद पुलिस कस्टडी में उनकी मौत हो गई. शव के गर्दन के ऊपर और पैर में हल्के जख्म के निशान पाए गए हैं.
क्या कहते हैं परिजन?
मृतक संजय शंकर पांडेय के बड़े भाई अजय शंकर पांडेय का कहना है, “मेरे भाई संजय शंकर पांडेय अपने परिवार वालों के साथ घर पर मारपीट कर रहे थे. इसकी सूचना हमने डायल-112 को दी. पुलिस पहुंचकर उनको गिरफ्तार कर थाने ले गई. यह शराब के नशे में भी थे. शाम को 5:30 बजे सूचना मिला की डेथ हो गई है. पुलिस की लापरवाही के कारण घटना घटी है. हम लोगों को न्याय चाहिए.”
तबीयत खराब से मौत की कही जा रही बात
उधर इस मामले में भभुआ डीएसपी शिव शंकर कुमार ने बताया कि डायल-112 को सूचना मिली थी कि करमचट थाना क्षेत्र के ठुकरहट गांव के संजय शंकर पांडेय अपने परिवार वालों के साथ शराब के नशे में मारपीट कर रहे हैं. पुलिस पहुंची तो वह अपनी पुत्री के साथ मारपीट कर रहे थे. पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले आई. अस्पताल में जब जांच के दौरान शराब पीने की पुष्टि हुई तो फिर उन्हें थाने लाया गया. यहां अचानक तबीयत बिगड़ने लगी. उपचार के लिए सदर अस्पताल भभुआ लाया जा रहा था तभी रास्ते में उनकी मौत हो गई.
पूरे मामले की जांच मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कराई जाएगी. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी होगी. मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाएगा. जांच रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. विनय कुमार ने बताया कि जब जांच की गई तो डेथ पहले ही हो चुकी थी. गर्दन से थोड़ा ऊपर और पैर में हल्के जख्म के निशान हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ साफ होगा.